दो बिल्ली और एक बंदर hindi story
Two cats and a monkey
दो बिल्ली और एक बंदर
एक बार की बात है, दो भूखी बिल्लियां गली में घूम रही थी।
अचानक उन्होंने देखा की एक घर का दरवाजा खुला हुआ है वो दोनो घर के अंदर गईं। और उन दोनो को एक साथ एक ब्रेड का टुकड़ा दिखाई दिया।
दोनो एक साथ उस ब्रेड पर कूदी और उसे लपकने की कोशिश करने लगी।
“मैने इसे पहले देखा था! ये मेरा है,” पहली बिल्ली बोली।
“क्या झूठ बोल रही हो! मैने इसे पहले देखा था ये मेरा है” तुम इससे दूर रहना। दूसरी बिल्ली ने कहा!.
वो एक दूसरे से लड़ रही थी की तभी एक बंदर वहां आया। उसने उनसे विनम्रता पूर्वक नमस्ते किया। और बोला, में तुम दोनो को देख रहा था प्यारी बिल्लियों”!
मैं देखा की तुम दोनो ने एक साथ इस ब्रेड को देखा था।
वो अच्छा ये होगा की तुम दोनो को इसका बराबर हिस्सा मिलना चाहिए।
मैं इतनी प्यारी बिल्लियों को परेशानी में नही देख सकता!!
तो मैं इस ब्रेड को बराबर हिस्से में बाटने में तुम्हारी मदद करूंगा।
दोनो बिल्लियां बहुत खुश हो गईं। अब हम दोनो को ब्रेड का बराबर हिस्सा मिल सकता है उन्होंने उत्साहित होकर बोला।
फिर बंदर एक तराजू खरीद कर लाया और उसने तराजू के दोनो पलड़ो पर ब्रेड के असमान हिस्सो को रखा।
ब्रेड का एक टुकड़ा दूसरे टुकड़े से भारी होना ही था। चालाक बंदर ने दोनो बिल्लियों से बोला, चिंता मत करो!! मैं तुम दोनो को इसका बराबर हिस्सा ही दूंगा। आखिर ब्रेड तो तुम्हारा ही है ना।
तो, बंदर ने भारी वाले हिस्से के ब्रेड के टुकड़े को ज्यादा मात्रा में तोड़ दिया और खा गया।
उसने फिर उसे तराजू पर रख दिया।अब दूसरा टुकड़ा पहले वाले टुकड़े से भारी हो गया। उसने फिर बिल्लियों से कहा, ये मेरी जिम्मेदारी है, में ध्यान रखूंगा की तुम दोनो को बराबर हिस्से में ब्रेड मिले। ये मुझ पर छोड़ दो। फिर से उसने बड़े टुकड़े में से ज्यादा मात्रा में टुकड़ा तोड़ा और खा गया। फिर से दूसरा हिस्सा पहले हिस्से से ज्यादा भारी हो गया। ये सिलसिला चलता रहा और आखिर में वहां ब्रेड नही बचा।
फिर चालाक बंदर बोला, ” ओह मेरी गरीब बिल्लियों वो ब्रेड सच में तुम दोनो के लिए था ही नही। इसलिए उसने बराबर हिस्से में होने से इंकार कर दिया। यह कह कर बंदर वहां से भाग गया। बेचारी बिल्लियां कुछ न कर सकी। वो बस एक दूसरे की तरफ उदासी से देखती रहीं